नीमच। चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर लगभग 493 साल बाद हजारों राजपूतों की उपस्थिति के बीच धार्मिक और पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ राजतिलक की रस्म का आयोजन किया गया. यह आयोजन दुर्ग पर फतह प्रकाश महल प्रांगण में हुआ. इसमें उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ के राजतिलक की रस्म अदा की गई. विश्वराज सिंह मेवाड़ इस गद्दी पर बैठने वाले एकलिंगनाथजी के 77वें महाराणा हुए हैं. मेवाड़ के महाराणा खुद को भगवान एकलिंग का दीवान मानते हैं.
इस रस्म में देश भर से मेहमान चित्तौडगढ़ पहुंचे वही निम्बाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी के साथ एमपी के नीमच जिले के विधायक दिलीप सिंह परिहार ने भी राज तिलक कार्यक्रम पहुंच नजराना भेट किया। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंह भाटी, मण्डल अध्य्क्ष मोहन सिंह जी राणावत उपस्थित रहे
