मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के बयान पर पलटवार किया। कहा पटवारी को इस तरह के बयान पर माफी मांगना चाहिए। मुझे इस बात का दुख है कि कांग्रेस अध्यक्ष भगवान राम का विरोध क्यों करते हैं, भगवान राम का अगर नाम विदेश में लिया जाता तो उसमें बुरा क्या है? यह वही लोग हैं जिन्होंने अयोध्या में भगवान राम के जन्म स्थान का भी विरोध किया था, मंदिर का विरोध किया था।
ये अपनी अतीत से माफी मांगें, जब सुप्रीम कोर्ट ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया तो भगवान राम के बारे में ऐसी बात करना बड़ी दुर्भाग्य की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीतू पटवारी अयोध्या जाएं और उसका फोटो जारी करें। यह लोग केवल बात ही कर सकते हैं। भगवान राम के बारे में, भगवान कृष्ण के बारे में ऐसी बातें करना बड़े दुर्भाग्य की बात है।
सीएम यादव ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को लेकर कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के पहले रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव हमने हर संभाग पर की है। हमारी हर कांक्लेव सफल रही है। बड़े पैमाने पर उद्योग और निवेश आ रहे हैं। आईटी पार्क में इन्वेस्टमेंट आ रहा है। एमएसएमई के लिए आ रहा है, एनर्जी के लिए आ रहा है। सरकार बनने के बाद हमने तय किया कि सरकार जीडीपी बढ़ाएगी। रोजगार के लिए उद्योग बढ़ाएगी।
यादव ने कहा कि कांग्रेस विकास और निवेश का विरोध करती है, इस कृत्य के लिए उसे माफी मांगनी चाहिए। मैं पक्ष-विपक्ष से ऊपर उठकर कहना चाहूंगा कि प्रदेश के विकास में सभी भागीदार बनें, आगे आएं और ‘विकसित मध्यप्रदेश’ में अपना योगदान दें। कांग्रेस के अध्यक्ष को इस तरह के बयान के लिए माफी मांगना चाहिए।